Open in app

Sign In

Write

Sign In

Saurabh
Saurabh

803 Followers

Home

About

Published in

Literary Impulse

·Feb 13

बुलाते हो तो

कहाँ रुक पाता हूँ — बुलाते हो तो कहाँ रुक पाता हूँ मानता नहीं हूँ कि चला आता हूँ सदियों से बदनाम हैं गलियाँ तेरी कुछ दाग हर बार साथ ले आता हूँ खुद में मसरूफ़ हूँ कि खुद से महरूम हूँ जीता हूँ कुछ पल तो कुछ खो आता हूँ गम-ए-जहाँ से निजात कहाँ गम एक ये भी जीतता कहाँ हूँ जीता हुआ भी हार आता हूँ कहानी लिखने चला हूँ किस्सा बन गया हूँ सुनता कौन है यहाँ बस लिखे चला जाता हूँ

Where

1 min read

बुलाते हो तो
बुलाते हो तो
Where

1 min read


Published in

Literary Impulse

·Aug 22, 2022

ये क्या हाल बना रखा है

आसमाँ सर पर उठा रखा है — ये क्या हाल बना रखा है आसमाँ सर पर उठा रखा है इतना शोर क्यों मचाते हो राई का पहाड़ बना रखा है तेरे मेरे बीच की बात थी दुनिया जहाँ को बुला रखा है वफ़ा पर बहस मंज़ूर नहीं शक को खाई बना रखा है आईना सबको दिखाते हो खुद का नाम खुदा रखा है

Chaos

1 min read

ये क्या हाल बना रखा है
ये क्या हाल बना रखा है
Chaos

1 min read


Published in

Literary Impulse

·Aug 14, 2022

हवाएँ

और नारियल का एक पेड़ — रात हो चली थी बारिश भी होने लगी थी दिन भर की थकान थी आँखों में पर दिल में कुछ खलबली सी थी नींद शर्मा सी रही थी दबे पाओं आती मुस्कराती फिर ओझल सी हो जाती यहीं कहीं ही तो थी पर दिखती न थी रात भी कुछ खामोश…

Wind

3 min read

हवाएँ
हवाएँ
Wind

3 min read


Published in

Literary Impulse

·Jul 31, 2022

ऐ दिल

न रूठ इतना भी किसी बहाने के लिए — ऐ दिल न रूठ इतना भी किसी बहाने के लिए ऐसा न हो कुछ बचे ही न मनाने के लिए न कर यूँ बेक़दरी हर इल्तिजा हर फ़रियाद की कि हाथ ही न कोई बचे दुआ में उठाने के लिए न कर इतना भी यकीन अपनी इस मोहब्बत पर वजह कोई काफ़ी नहीं उसे अमर बनाने के लिए नज़र चुरा जो लेते तो भी अपने से ही लगते पहचानो तो कुछ बोलूं याद दिलाने के लिए

Sulking

1 min read

ऐ दिल
ऐ दिल
Sulking

1 min read


Published in

Literary Impulse

·Jun 29, 2022

ये आदतें

कहती हो कि आदतें अच्छी पाल रखी हैं तुमने — कहती हो कि आदतें अच्छी पाल रखी हैं तुमने फिर ये आदतें ही क्यूँ बुरी लग जाती हैं तुम्हें बेवजह ही चुप रह जाना बस यूँ ही कभी भी खुश हो जाना डर को तुम्हारे हँसी में टाल देना बेखबर लापरवाह ही सही पर जिए जाना भी तो एक आदत ही है पैर छूना भी तो एक आदत सी ही है मतलब पता होता तो तुम्हारे न छू लेता हाँ कभी बेमानी सी लगती हैं ये आदतें मन का तुम्हारे क्या हाल है तुम नहीं बताती तुम्हारी आदतें बता देती हैं मन को जैसे भाँप जाती है ये आदतें मुझको मैं और तुमको तुम बनाती हैं ये आदतें फिर ये आदतें ही क्यूँ बुरी लग जाती हैं तुम्हें

Habits

1 min read

ये आदतें
ये आदतें
Habits

1 min read


Published in

Literary Impulse

·May 28, 2022

बच्चों का एक मेला है दुनिया मेरे आगे

होता है यहाँ रोज़ तमाशा मेरे आगे — बच्चों का एक मेला है दुनिया मेरे आगे होता है यहाँ रोज़ तमाशा मेरे आगे एक खेल है तख़्त-ए-सिकंदर मेरे नज़दीक एक बात है करिश्मा-ए-मसीहा मेरे आगे सिवाय नाम नहीं कुछ इस दुनिया में मुझे मंज़ूर सिवाय वहम नहीं कुछ किसी का होना मेरे आगे ख़ाक में उड़ जाएँ हैं…

Me

2 min read

बच्चों का एक मेला है दुनिया मेरे आगे
बच्चों का एक मेला है दुनिया मेरे आगे
Me

2 min read


Published in

Literary Impulse

·May 8, 2022

खुश होकर रह जाते हो हर बार

कम से कम आज तो मुस्करा दो एक… —

Happy Birthday

1 min read

खुश होकर रह जाते हो हर बार
खुश होकर रह जाते हो हर बार
Happy Birthday

1 min read


Published in

Literary Impulse

·Apr 30, 2022

सच में सच निकलने लगते हैं

कुछ ख़्वाब हम बुनने लगते हैं —

Beauty

1 min read

सच में सच निकलने लगते हैं
सच में सच निकलने लगते हैं
Beauty

1 min read


Apr 9, 2022

Born In Kiev And Died In A War

From somewhere deep inside me, the shadows emerge — the books scattered so carelessly on my bed with all the care and respect, you are picking them the songs which are sung on a wedding night in somewhat hushed tones, you are humming them from somewhere deep inside me, the shadows emerge so charming were those moments, so lovely…

Russian Invasion

3 min read

Born In Kiev And Died In A War
Born In Kiev And Died In A War
Russian Invasion

3 min read


Published in

Literary Impulse

·Feb 6, 2022

तू अभी तक ज़िंदा है

ये कैसे यकीन आ जाता है — तू अभी तक ज़िंदा है ये कैसे यकीन आ जाता है तसवीरें सारी जला चूका हूँ तू फिर भी याद आ जाता है मुठ्ठी भर से दिल में जैसे एक समुन्दर को बाँध रखा है दीवारें पत्थर की नहीं हैं पानी आँखों तक आ जाता है इंतिहा नहीं इन हसरतों…

Restlessness

1 min read

तू अभी तक ज़िंदा है
तू अभी तक ज़िंदा है
Restlessness

1 min read

Saurabh

Saurabh

803 Followers

a compulsive traveler

Following
  • Connie Song

    Connie Song

  • Sakari Lacross

    Sakari Lacross

  • Thief

    Thief

  • Matthew Donnellon

    Matthew Donnellon

  • Liam Ireland

    Liam Ireland

See all (1,491)

Help

Status

Writers

Blog

Careers

Privacy

Terms

About

Text to speech